प्रतियोगिता – शब्दों की अमृतवाणी
विषय – क्या याद हैं वो बचपन का ज़माना
क्या याद हैं वो बचपन का ज़माना
मां की गोद में लेट मालिश कराना
बाबा का गोद में लेके गांव घुमाना
पापा का घोड़ा बन खेल दिखाना
क्या याद हैं वो………..
मेरे सो जाने के बाद ही मां का सोना
छत पे लेट चंदा मामा से बात करना
तितलियों को पकड़ने के लिए दौड़ना
खेत में जाकर ट्यूबल पर खूब नहाना
क्या याद हैं वो…………..
वो चूल्हे की रोटी सरसों का साग खाना
वो पेड़ पे बैठ कर जामुन तोड़ कर खाना
कब्बडी और लुकाछुपी का खेल खेलना
वो सबका एक ही साथ में छत पर सोना
क्या याद हैं वो………….
वो खेतों को जोतते समय कीचड़ में लोटना
वो दूसरों के बगीचों से आम चुरा कर खाना
वो बारिश में कागज़ की नांव बना के छोड़ना
वो बड़ों के चरण स्पर्श कर दिन को शुरू करना
क्या याद हैं वो…………
वो थोड़ा बड़े होने पर हमारा स्कूल में जाना
दूसरों के डिब्बों से लंच निकाल कर खाना
वो सबका एकसाथ प्रार्थना में शामिल होना
वो 26 जनवरी के दिन दो लड्डू का मिलना
क्या याद हैं वो…………….
वो कॉलेज में फिर हमारा दाखिला होना
दोस्तों के साथ एक नई जिंदगी को जीना
कॉलेज के इम्तिहान देते देते बड़े हो जाना
वक्त से पहले ही हमारा जिम्मेदार हो जाना
क्या याद हैं वो……………….
ज़िंदगी की दौड़ भाग में सब पीछे छूट जाना
चार पैसों के लिए अपनो से भी दूर हो जाना
वो मां के हाथ का लज़ीज़ खाना छूट जाना
वो दोस्तों से मिलने तक के लिए तरस जाना
क्या याद हैं वो……………….
वो राखी पर अब कलाई का सुना रह जाना
10 से 5 के बीच शहर में पिस्ते ही रह जाना
शरीर शहर में लेकिन दिल गांव में रह जाना
वो सोते समय बचपन को सोच के मुस्कुराना
क्या याद हैं वो………………
प्रथम चरण
✍️ ✍️ शिवोम उपाध्याय