*प्रतियोगिता-3*
*चरण- 1 जयघोष*
*विषय : मेहनत : एक मूलमंत्र*
बैठ मत तू अपनी किस्मत पर,
कुछ पाना है तो मेहनत कर ।
थोड़ी सी तू हिम्मत कर,
कर जतन और ज़हमत कर ।
रख हौंसला और मकसद कर,
परेशानियों को तू रुख़सत कर ।
काम से तू मोहब्बत कर,
काम में तू सदाक़त कर ।
काम की तू इज़्ज़त कर,
काम में हासिल अज़मत कर ।
कुछ ऐसी तू ख़िलक़त कर,
भविष्य के लिए तू रहबरत कर ।
दूर दिलों से तू नफ़रत कर,
सभी से तू मोहब्बत कर ।
बैठ मत तू अपनी किस्मत पर,
कुछ पाना है तो मेहनत कर ।
ना किसी तरह की तू सियासत कर,
ख़िलक़त की तू सहूलत कर ।
मेहनत मूलमंत्र है, तू मेहनत कर, मेहनत कर,
साथ,ध्यान रख तू अपनी सेहत पर ।
मंज़िल मिलेगी तुझे *अखिल*
राह की तू गनीमत कर,
मंज़िल मिलेगी तुझे *अखिल*
राह की तू गनीमत कर,
देख तेरे हौंसले को,
खुदा भी बना रहमतग़र ।
✍️अखिल त्रिखा..
अज़मत – महानता
ख़िलक़त – रचना
रहबरत – मार्गदर्शन
सदाक़त – ईमानदारी
ज़हमत – तकलीफ उठाना
रुख़सत – विदाई लेना