##मोहब्बत का लॉग आउट##
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मोहब्बत से तौबा करना
खुशियो का न अपने सौदा करना
मोहब्बत मिलती नहीं किसे
जज्बात न अपने साझा करना
दिल लगाना एक जुर्म है यहाँ
कौन समझता है दिल यहाँ
बदल जाते है लोग पल मे
तू सदियों का न कोई वादा करना
जिसे चाहो वही सताता है बहुत
हो चुका अब ये खेल बहुत
तन्हाई में सुकून है बहुत
अब ये खता न दुबारा करना
दूर से ही गुजर जाता हूँ
अब उसकी गली मे कम जाता हूँ
समझा लिया है दिल को मैंने
अब न हमे कोई इशारा करना
रखते नहीं अब उम्मीदें किसी से
करते नहीं मिन्नते किसी से
जो मिला वो कुबूल खुशी से
किसी से न अब कोई शिकवा करना
करते हैं तुझे अलविदा मोहब्बत
अब नहीं हमे किसी से मोहब्बत
ठान लिया है अब इस दिल ने
मोहब्बत का न कोई इरादा करना
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Ravikant Dushe