प्रतियोगिता – कलम से आवाज़ तक
विषय – शब्दों से बदलाव
शब्द बताते हैं व्यक्ति का चरित्र कैसा हैं
शब्दों से ही तो इतिहास भी बदलता हैं
शब्द बन जाते जिंदगी शब्द हैं खजाना
शब्दों से ही समाज में बदलाव आता हैं
शब्द संतुलित हो तो जीवन भी चमकता
शब्दों के आधार पे सम्मान भी हैं मिलता
शब्दों से ही राम ने परशुराम को था जीता
शब्दों से ही इंसान अपना अस्तित्व पाता
शब्दों से ही लेखनों ने अलग क्रांति थी लाई
द्विवेदी जी ने शब्दों से दिलो में जगह बनाई
लेखकों का तो गहना ही शब्द होता हैं यारो
शब्दों से ही शिवोम भी जनकवि कहलाया
अल्फ़ाज़ में शब्दों के सभी से बहुत हूं सीखा
प्रशांत भाई, नियाज़ जी जैसे शब्दों में जीते
सभी के शब्द ही उनको यहां खास हैं बनाते
अल्फ़ाज़ में हमेशा शब्दों का मेला मैने देखा
शब्दों से ही हमें युवाओं को राह दिखाना हैं
नशे से दूर ले जाकर कलम हाथ में थमाना हैं
शब्द ही एक दिन बिन अस्त्र की जंग जिताएंगे
भारत को शब्दों का सरताज हम ही बनाएंगे
शब्द ऐसा खजाना हैं जो हमेशा साथ रहता
शब्द रूपी मोती से अनमोल रत्न भी मिलता
शब्द से समाज में सोच नियत दोनों बदलती
शब्द से ही स्वयं का आत्मबल भी हैं बढ़ता
✍️ ✍️ शिवोम उपाध्याय