माँ भारती,
तुम्हें नमन 🙏
मैं तुम्हारे चरणों में शीश झुकाकर प्रणाम करती हूँ।
आज मैं तुम्हें देश की वर्तमान परिस्थिति से अवगत कराना चाहती हूँ—
देखो, किस प्रकार आज का युवा, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के अद्वितीय बलिदानों को भुलाने पर उतारू है।
हमारे युवा स्वतंत्रता सेनानी — चन्द्रशेखर आज़ाद, शहीद भगत सिंह, उधम सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, लाला लाजपत राय — ये वो महान आत्माएं थीं जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए देश को स्वतंत्रता की दिशा दी।
उन्होंने आज़ादी से इतना प्रेम किया कि अपने प्राणों की आहुति देकर हमें बंधनों से मुक्त कराया।
जिस आज़ादी को पाने के लिए लाखों वीरों ने अपना रक्त बहाया, उस आज़ादी का सही अर्थ भूलकर, युवा नशे, खोखले दिखावे और व्यर्थ की लतों में डूबता जा रहा है।
आज की पीढ़ी को भी वही जज़्बा चाहिए — वही साहस, वही त्याग, वही देश-प्रेम।
युवा शक्ति केवल अपने व्यक्तिगत विकास तक सीमित न रहे, बल्कि समाज और देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए कार्य करे।
ऐसे अवसर खोजे जाएँ जिनसे न केवल स्वयं का उत्थान हो, बल्कि पूरे राष्ट्र का कल्याण हो।
इतिहास की अमूल्य सीख को नकार कर, वह न केवल अपने अतीत को ठुकरा रहा है, बल्कि अपने भविष्य को भी अंधकार में धकेल रहा है।
युवाओं को मिसाल बनना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ उनसे प्रेरणा ले सकें।
आज, दुर्भाग्य से, “स्वदेशी अपनाओ” का विचार बहुत पीछे छूट गया है।
आज का युवा मूल्यवान समय नष्ट कर, अपने ही हाथों अपने सुनहरे कल से खिलवाड़ कर रहा है।
हमारी देशभक्ति अक्सर सिर्फ़ स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के एक-दिवसीय उत्सव तक सीमित हो गई है।
जबकि सच्ची देशभक्ति हर दिन के कर्म, विचार और जीवनशैली में झलकनी चाहिए।
स्वतंत्रता का अर्थ केवल बंधनों से मुक्ति नहीं, बल्कि जिम्मेदारी, अनुशासन और राष्ट्र-निर्माण में योगदान भी है-
यह वह समझ नहीं पा रहा है।
उन्हें सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है, ताकि वे अपनी ऊर्जा और क्षमता का उपयोग देश के विकास में कर सकें।
युवाओं को यह समझना होगा कि देश केवल सरकार या नेताओं से नहीं बनता — देश हम सभी से बनता है।
और जब युवा जागेगा, तभी भारत का भविष्य सुरक्षित और स्वर्णिम होगा।
“*युवा जागरूक है, तो कल का भारत सुरक्षित है।”*
भारत माता के चरणों में मेरा वंदन
आपकी बेटी
किरण बाला
नई दिल्ली
जय हिन्द
जय भारत
Kya baat hai.hai hind