Category: Hindi kavita

नेता बदलते हैं, नीयत नहीं

*नेता बदलते हैं, नीयत नहीं* आज़ाद भारत में रहते हैं हम, ख़ुद को आज़ाद कहते हैं हम। पर विकास का पैमाना क्या है? नई युग और नया ज़माना क्या है? सदियों पुरानी इमारत ज़िंदा है, और आज के मकान शर्मिंदा हैं। मेडिकल का हाल वही पुराना है, बुखार के अलावा क्या जाना है? स्कूल, कॉलेज […]

न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज

प्रतियोगिता – तंज की ताकत विषय – न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज द्वितीय चरण समाचार का अब तो पूरा अचार बना दिया न्यूज़ एंकरों ने न्यूज़ को व्यापार बना दिया कहने को ये बनते हैं संवादाता ये शिवोम संवेदना भूले गरीबों का मज़ाक बना दिया डिजीटल मीडिया में केवल दिखावा हैं होता ट्रेंड पर चलने के […]

News anchor banaam news

प्रतियोगिता तंज़ की ताकत टॉपिक- न्यूज एंकर बनाम न्यूज जिंदगी में सब कुछ मिल जाता, पर सच्ची मुहब्बत नहीं वैसे ही, ढूँढते रह जाओगे मिलेगी नहीं, सच्ची पत्रकारिता कहीं , घास के ढ़ेर में सुई की तरह, छुपी बैठीं कहीं……!!! समाने होते जुर्म को रोको नहीं, बनाकर वीडियो शेयर करो, कहीं मोका हाथ से छूटे […]

मोहब्बत का लोग आउट

*नमन अल्फ़ाज़ a सुकून मंच* 🤗 *प्रतियोगिता – तंज की ताक़त* *टॉपिक – मोहब्बत का लोगआउट* सच कहूं तो मोहब्बत को वो मज़ाक बना दी__ बहुत क़रीब आकर वो, मुझे अपनी ज़िंदगी से लॉगआउट कर दी_! अब डर लगता है किसी को भी अपना कहने की __ हिम्मत नहीं मुझमें फिर से वो सब कुछ […]

न्यूज एंकर बनाम न्यूज

*नमन अल्फ़ाज़ a सुकून मंच* 🤗 *टॉपिक – न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज़* *चरण – द्वितीय* न्यूज चैनल वाले अपनी एक अलग पहचान बनाते है __ देश, दुनियां की ख़बर से जब सबको रूबरू कराते हैं। सर्दी हो गर्मी या बरसात या कोई मौसम_ ख़ास बात ये है कि कभी नहीं रुकते हैं इसके क़दम। हर […]

न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज

प्रतियोगिता – तंज की ताकत विषय – न्यूज एंकर बनाम न्यूज आजकल के न्यूज़ एंकर, खुद ही बन गए खबर, बहस के नाम पर , बस फैलाते हैं तीखा ज़हर सच की जगह आजकल, टीआरपी का बोलबाला है न्यूज़ स्टूडियो में सच पूछो, झूठ का सिक्का उछाला है, स्टाइलिश सूट, शोर-शराबा, बस बड़ी-बड़ी बाते होती […]

न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज

प्रतियोगिता ‘ तंज़ की ताक़त ‘ विषय – न्यूज एंकर बनाम न्यूज (द्वितीय चरण) सच मे ख़बर है या कोई ड्रामा चल रहा, एंकर गरज रहा और मुद्दा मर रहा, स्क्रीन पे आग है और ज़मी पे सन्नाटा, टीआरपी के चक्कर मे सच छिप रहा। डिबेट के नाम पर तांडव का शोर है, हर चैनल […]

न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज़

*न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज़* चीख़ते मंच बिखरे संवाद अब न्यूज़ नहीं व्यापार है, सच का शव जब जलता है एंकर बोले ये त्योहार है। माइक उठाकर गरजें ऐसे जैसे खुद ही नेता हों, आप बताइए कहकर फिर उत्तर भी वो ही देते हों। सवालों की कब्र बनी है चैनलों की हर बैठक में, हर बहस […]

“न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज़”

“न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज़” कभी अख़बार की सुर्खियों में सच्चाई सांस लेती थी, कभी न्यूज़ चैनल लोगों की आवाज़ बनते थे। आज वो आवाज़ें बिक चुकी हैं, अब खबरों की जगह ड्रामा और हंगामा परोसा जाता है। जो मुद्दे खेतों की मिट्टी और किसानों की मेहनत से उठते थे, अब वो स्टूडियो की गर्म रोशनी […]

न्यूज एंकर बनाम न्यूज

*न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज़* क्या है, जो अब जाना जाए, और किसे सत्य माना जाए? सब तो मन से हैं, बस बोलते, और विपक्ष को हैं, बस रौंदते। जनतंत्र का आधार है मीडिया, जनता का आभार है मीडिया, पर अब सब कुछ बदल गया, मीडिया, आसानी से छल गया। देशभक्ति पर वाद-विवाद हो, रोज़गार के […]