भविष्य का एक नागरिक विद्या :-स्वैच्छिक पत्र काल्पनिक पात्र के आधार पर शैली;- प्रिया मेरी आज के दुनिया के लोगों लिए मैं दिखाती हूं आपको अपनी मासूम आंखों से आज की दुनिया का आईना मैं वर्ष 2085 के भविष्य की एक नागरिक को स्वाति मैं मात्र अभी 19 साल की हूं और आज अपनी कॉपी […]
Category: Hindi Shayari
सलाम तिरंगा
बात गर वतन की है तो बस यही पहचान है लहू के एक-एक कतरे में बहता हिन्दुस्तान है कुछ कर गुज़रे कि , जहाँ में हो नाम इसका है अपनी यही ख्वाहिश , दिल में यही अरमान है अपनी माट्टी से उल्फ़त अपने वतन से मोहब्बत है मज़हब हमारा , यही धर्म , यही इमान […]
सलाम तिरंगा
बात गर वतन की है तो बस यही पहचान है लहू के एक-एक कतरे में बहता हिन्दुस्तान है कुछ कर गुज़रे कि , जहाँ में हो नाम इसका है अपनी यही ख्वाहिश , दिल में यही अरमान है अपनी माट्टी से उल्फ़त अपने वतन से मोहब्बत है मज़हब हमारा , यही धर्म , यही इमान […]
वो तोड़ती पत्थर
वो तोड़ती पत्थर धूप में तपता बदन, फिर भी छांव की उम्मीद लिए, हर वार हथौड़े का, जैसे किस्मत से जंग किए। कंधे से बंधा बच्चा, कभी हँसे, कभी रो दे, माँ की आँखों में चमक हो, या थकावट का मोड़ ले। ना शिकवा है, ना कोई आह, उसके सपनों में बस है – बच्चों […]
अब यह चिड़िया कहां रहेगी
अब यह चिड़िया कहाँ रहेगी (चिड़िया की व्यथा) पेड़ों की शाखें अब कहां बची हैं, हर दिशा में इमारतें ही खड़ी हैं। जिस डाल पर बैठ गुनगुनाती थी, आज वहाँ मशीनें शोर मचाती हैं। नीड़ उसका सपना बन गया, वो कोना भी अब छिन गया। शिकारी छुपकर आते हैं, जालों में सपने फँसाते हैं। ना […]
नेता बदलते हैं, नीयत नहीं
नेता बदलते हैं, नीयत नहीं हर पाँच साल में भीड़ जुटी, फिर वही वादों की पोटली खुली। चेहरे बदले, चाल वही थी, नीति-नीति कह, राजनीति चली। हाथ जोड़े, झूठे वादे, भाषणों में फिर उड़ते बादे। “हम लाएंगे परिवर्तन!” का नारा, पर फिर वही पुराना किनारा। कभी धर्म की बात चली, कभी जाति की चाल चली। […]
“न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज़”
“न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज़” कभी अख़बार की सुर्खियों में सच्चाई सांस लेती थी, कभी न्यूज़ चैनल लोगों की आवाज़ बनते थे। आज वो आवाज़ें बिक चुकी हैं, अब खबरों की जगह ड्रामा और हंगामा परोसा जाता है। जो मुद्दे खेतों की मिट्टी और किसानों की मेहनत से उठते थे, अब वो स्टूडियो की गर्म रोशनी […]
मोहब्बत का लॉग आउट
##मोहब्बत का लॉग आउट## 🌻 मोहब्बत से तौबा करना खुशियो का न अपने सौदा करना मोहब्बत मिलती नहीं किसे जज्बात न अपने साझा करना दिल लगाना एक जुर्म है यहाँ कौन समझता है दिल यहाँ बदल जाते है लोग पल मे तू सदियों का न कोई वादा करना जिसे चाहो वही सताता है बहुत हो […]
मोहब्बत का लॉगआउट
Topic: मोहब्बत का लॉगआउट हाय मेरी किस्मत, क्या दिन आए रे, बीवी के ताने, मेरा बीपी बढ़ाए रे। लॉकडाउन ने ऐसा कहर ढाया था, मेरी मोहब्बत का लॉगआउट करवाया था। मेरी डिग्री करदी वेस्ट, मुझे बेरोजगारी का मज़ा चखाया था। इंस्टॉल हुए नए ऐप, डिलीट हुई मोटिवेशन, लॉगिन करते हर साइट पर बढ़ती रहती नौकरी […]
“मोहब्बत का लॉगआउट
मोहब्बत का लॉगआउट कभी इश्क़ था इबादत, सुकून की एक दुआ, अब DP बदलना और स्टोरी डालना ही बन गया रिवाज हुआ। पलकों में सपनों का संसार अब किताबों में नहीं, बस इंस्टा रील्स में बचा है इश्क़, पर वो भी झूठी ही सही। कभी इंतज़ार की घड़ियाँ दिलों को धड़काती थीं, चिट्ठियों की ख़ुशबू […]