सीरीज 1 प्रतियोगिता 3 —————————— प्रतियोगिता टॉपिक : कर्म ही पूजा चरण : अंतिम रचयिता : सुनील मौर्या कर्म ही पूजा 🙏 जीवन की राहों में जब अंधियारा छा जाता है, कर्म का दीपक ही, तब हमे दिशा दिखाता है। सपनों की मंज़िल तक पहुँचने का सूत्र यही, न हार माननी है कभी, ना ही […]
Category: Competition
Jayghosh ( swaron ka utsav )
सीरीज १ कविता प्रतियोगिता ३ शीर्षक: (कर्म ही पूजा ) भविष्य का जो करे निर्माण सफलताओं का बने आधार आत्मज्ञान व आत्ममंथन है जिनसे वे कर्म ही है पूजा समान । जैसी करनी ,वैसी भरनी लोक हितों में श्रेष्ठ बनेगी जिसकी जैसे नियति लेखनी। सत् कर्म के ३ प्रकार जिनको बतलाती हूं इस प्रकार शरीर […]
कर्म ही पूजा
*विषय* *कर्म ही पूजा* कर्म श्रृष्टि का कारक है कर्म ही कष्ट निवारक है सफलता मिलती कर्म से ही केवल कर्म ही आवक है कर्म है जीवन का हिसाब कर्म ही है खुली किताब देखा जाता पुण्य पाप किसका कितना है खराब कर्म ही भाग्य विधाता है कर्म ही धन का दाता है कर्म से […]
Karm hi puja
प्रीतियोगिता ३ : चरण फाइनल विषय : कर्म ही पूजा कर्म ही पूजा है, जिसने यह जीवन मैं अपनाया । बिना रुके बिना थमे उसने , लक्ष्य को पाया । बस अपना कर्म करते रहिए, सत्मार्ग पर चलते रहिए , सेहत बनी रहे, मन स्थिर रहे, यही तो जीवन की सही दिशा है। जिसने कर्म […]
“राष्ट्र प्रथम”
राष्ट्र प्रथम मेरे लहू की हर बूंद में बसा है तिरंगे का मान, साँस-साँस कहती है – भारत मेरा अभिमान। धरती से गगन तक पर्वत से सागर तक, हर कोना गाता है राष्ट्र प्रथम है, सब कुछ उसके बाद। जब भी देखता हूँ लाल किले पर लहराता तिरंगा, रग-रग में दौड़ जाती है एक अनोखी […]
सपनों की उड़ान (बेटी कहा उड़ पाती)
सीरीज वन प्रतियोगिता 03 जयघोष ( स्वरों का उत्सव, भावनाओं का जयघोष ) विषय – सपनों की उड़ान (बेटी कहा उड़ पाती ) बेटियां सपनों की उड़ान भर कहा पाती हैं बेटी होने की सजा वो पूरी उम्र ही पाती हैं भेदभाव की चक्की में हमेशा पिसती रहती बेटी भी एक इंसान ये दुनिया भूल […]
सपनों की उड़ान (बेटी कहा उड़ जाती)
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मेहनत एक मूलमंत्र
विषय *मेहनत एक मूलमंत्र* मेहनत से जो भी कार्य करे वो जीवन का उद्धार करे मेहनत से मिले सफलता भी जो संघर्षों को पार करे मेहनत सभी में होती चाहे नौकरी या व्यापार करे सफलता उसी को मिलती है मेहनत जिसमें भी पलती है मेहनत ही मूल मंत्र है सफलता का ये ही यंत्र है […]
मेहनत एक मूल मंत्र
प्रतियोगिता ३ :चरण १ मेहनत एक मूल मंत्र चलता चल तू, चलता चल, मेहनत है अपने हाथ में। उठ चल, अपनी किस्मत अब खुद ही लिख अपने साथ में। मत पाल कोई संशय, कोई भ्रम, तेरे हिस्से के कर्म — ना टाल किसी और पर। आलस को त्याग कर कर्म को प्रधान रख । आज […]
मैं ही परिवर्तन
मैं ही परिवर्तन सन्नाटे में जो पहली पुकार गूँजती है, वो मेरी ही आवाज़ होती है। भीड़ में जो अकेला खड़ा दिखता है, वो मैं ही हूँ, जो रास्ता बदलता है। लोग कहते हैं – वक़्त बदलता है, पर सच्चाई ये है कि बदलता तो इंसान है। और जब इंसान बदलता है, तभी वक़्त की […]