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अनकहा एहसास

*अनकहा एहसास* गुलाबों सा दिल में बसाया था पर मुरझा गये हो तुम, बातों को हमेशा छुपाया पर समझ न पाये कभी तुम। मंदिरों में साथ दूर से ही मन्नत के धागे बांधे भी थे, एक होने के लिए दुआओं में साथ हमेशा खडे़ थे। मन के कोने में एक झलक तुम्हारी ही बसाई जो […]