*न्यूज़ एंकर बनाम न्यूज़* चीख़ते मंच बिखरे संवाद अब न्यूज़ नहीं व्यापार है, सच का शव जब जलता है एंकर बोले ये त्योहार है। माइक उठाकर गरजें ऐसे जैसे खुद ही नेता हों, आप बताइए कहकर फिर उत्तर भी वो ही देते हों। सवालों की कब्र बनी है चैनलों की हर बैठक में, हर बहस […]