मैं समय से शिकवा नहीं करता, वह तो चक्र है, घूमता अनवरत, पल-पल बदलता रंगों का मेला, फिर भी मैं उससे मन जुदा नहीं करता। सूरज उगता, तारे छिप जाते, पंछी चहकते, सपने जागते, हर क्षण में बस जीवन की धुन, मैं उस धुन से राग नहीं छोड़ता। वक्त की लहरें किनारे छू जाएँ, कभी […]