प्रतियोगिता – शब्दों की अमृतवाणी विषय – मेहनत और किस्मत जिम्मेदारी सर पर थी, पर शिकन माथे पे नहीं थी, मजदूर था मजबूरी में, ज़माने की गालियां सही थी, आँखों में उसकी चिंता के, आँसू झलक रहे थे, पेट में दौड़ते चूहें, एक निवाले को तरस रहे थे, सूरज तेज़ बरसा के,उसके धैर्य को परख […]