स्वतंत्रता के स्वर 🇮🇳 (माँ भारती को पत्र) प्रिय माँ भारती, तेरे आँचल की मिट्टी की महक आज भी मेरे रोम-रोम में बसती है, वैसे ही, जैसी उस पावन सुबह में थी, जब मेरे पुरखों ने तेरे आँगन में आज़ादी के दीप अपने रक्त से जलाए थे। तेरे खेतों में पसीने की बूँदें, तेरे आसमान […]