प्रतियोगिता – काव्य के आदर्श विषय – सखी, वो कह कर जाते रचयिता – सुनील मौर्य चरण – सेमी फाइनल सखी, वो कह कर जाते —————————- सखी, वो कह कर जाते, लौटेंगे फिर सावन में, सूनी आँखें हैं भर जातीं, यादों के उस बंधन में। द्वार खुला था सारा दिन, राहों पर नयन टिकाये, साँझ […]