एक सैनिक का खत मैं हूंँ इक भारत का सैनिक, बात वतन की करता हूंँ। परिवार से दूर हूंँ रहता ,मरने से कब डरता हूंँ । जान गवांँ कर भी अब तक में ,रक्षा करता आया हूंँ। बुरे इरादों पर दुश्मन के, बनकर रहता साया हूंँ।। अग्नि वीर का नाम दिया है ,भारत के रखवालो […]
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खुद से संवाद
आइने की बात/प्रतियोगिता विधा/कविता खुद से संवाद आईना भी पूछता है कैसे खुश रहते हो तुम । और सबकी बात कड़वी किस तरह सहते हो तुम ।। आंँसुओं को आंँख से कैसे भला हो रोकते । गलतियां पर क्यों नहीं अपनों को हो तुम टोकते। बंधनों की बेडियो में बंध तुम रहते सदा । औरों […]